
• आधे से अधिक जेनरेशन जेड ने तकनीक को अधिक अपनाया है और पिछले वर्ष में उनका पर्यावरणीय प्रभाव कम हुआ है
• जेनरेशन जेड के 30% उत्तरदाताओं का कहना है कि उनके रोजगार और कॅरियर की यात्रा में वो टिकाऊपन (सस्टेनेबिलिटी) पर प्रमुखता से विचार करते हैं
भारत, 23 मार्च, 2022 — FedEx Express, जो FedEx Corp. (NYSE: FDX) की अनुषंगी और दुनिया की सबसे बड़ी एक्सप्रेस परिवहन कंपनी है, ने जेनरेशन जेड (18 -24 वर्ष) पर अपने ‘फ्यूचर इज नाउ’ अध्ययन* के निष्कर्षों का आज खुलासा किया।
आज सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में, भारत में दुनिया के युवाओं की संख्या का पाँचवां हिस्सा निवास करता है और इसके 1.3 बिलियन की आधी आबादी 25 वर्ष से कम उम्र वालों की है[1]।यह अध्ययन देश की युवा पीढ़ी की प्राथमिकताओं के बारे में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
भविष्य पहले से कहीं अधिक गतिशील बनते जाने के साथ, पीढ़ियों द्वारा अपनाई जा रही नई-नई तकनीकों के तरीके में बदलाव आया है और टिकाऊपन (सस्टेनेबिलिटी) में रूचि ने व्यवसाय एवं व्यक्तिगत जीवन शैलियों दोनों को प्रभावित किया है।
जेनरेशन जेड को लेकर यह बात विशेष तौर पर सच है। ‘फ्युचर इज नाउ’ अध्ययन के अनुसार, जेनरेशन जेड के 38% उत्तरदाताओं ने वाक्यांश ‘फ्युचर इज नाउ’ का संबंध व्यवसाय, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा एवं परिवहन में प्रौद्योगिकीय प्रगति के साथ, 33% ने टिकाऊ (सस्टेनेबल) विकास के साथ, 13% ने रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग में वृद्धि के साथ, 10% ने मंगल ग्रह पर रहने के साथ और मात्र 6% ने हर चीज को उनके लिए वैयक्तिकृत होने की अपेक्षा के साथ जोड़ा।
“इस अध्ययन के परिणाम और विशेष रूप से युवा आबादी की प्रतिक्रियाएं, ऐसी टिकाऊ प्रौद्योगिकियों के साथ प्रयोग करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती हैं जो हमारे ग्राहकों के लिए लाभकारी हों और उनके लक्ष्यों के अनुरूप हों। उद्योग में अग्रणी होने के नाते, अगली पीढ़ियों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है और हम भविष्य की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए लगातार नवाचार करते हुए साहसिक कदम उठाते हैं”, भारत में FedEx Express के वाइस-प्रेसिडेंट – ऑपरेशंस, मोहम्मद सायेघ ने उक्त बातें कही।
श्री सायेघ ने आगे कहा, “FedEx उन प्रौद्योगिकियों के आधुनिकीकरण का मुखर समर्थक है जो अगली पीढ़ी के परिवहन वाहनों और उपकरणों को बेहतर बनाती हैं। विश्व स्तर पर हम लास्ट माइल डिलीवरी के लिए ऑटोनोमस FedEx सेमडे बॉट रोक्सो™ का परीक्षण कर रहे हैं, जिसे कार्बन उत्सर्जन, यातायात भीड़ और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।”
अध्ययन यह भी बताता है कि भविष्य के नियोक्ता के साथ काम करते समय जेनरेशन जेड क्या विचार करता है। जेनरेशन जेड के 30% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे कार्य का चुनाव करते समय कंपनी के टिकाऊपन (सस्टेनेबिलिटी) संबंधी एजेंडे एवं व्यवसाय करने के उनके तरीके पर महत्वपूर्ण रूप से विचार करेंगे, जबकि 20% ने प्रौद्योगिकी के अंगीकार एवं उपयोग को सबसे महत्वपूर्ण माना। दिलचस्प बात यह है कि, जेनरेशन जेड के लगभग 16% उत्तरदाताओं ने कहा कि वो भविष्य में नियोक्ताओं का चुनाव करते समय कंपनी के अनुसंधान एवं विकास क्रेडेंशियल्स और पेटेंट्स के वॉल्युम के आधार पर विचार करेंगे।
जेनरेशन जेड के 72% उत्तरदाताओं ने इस बात से भी सहमति जताई कि टिकाऊपन (सस्टेनेबिलिटी), भविष्य में उनके व्यवसाय का अभिन्न अंग होगा, और 76% ने इस बात को लेकर अपनी सहमति जाहिर की कि ‘ग्रह के प्रति जागरूकता’ भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण का अनिवार्य हिस्सा है।
मोहम्मद सायेघ ने आगे कहा: “FedEx, 2040 तक वैश्विक स्तर पर कार्बन न्युट्रल परिचालन के लक्ष्य के साथ अधिक टिकाऊ भविष्य प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है। हम उत्सर्जन और अपशिष्ट को कम करने, पुरानी तकनीकों और वाहनों को बदलने और हमारी सुविधाओं और पैकेजिंग में क्रांति लाने के लिए काम कर रहे हैं क्योंकि हम अपने ग्रह की रक्षा और संरक्षण में मदद करने में अपनी भूमिका को समझते हैं।”
‘फ्यूचर इज नाउ’ अध्ययन तीन मुख्य विचारों पर केंद्रित है: गतिशील होना, भारतीय आबादी प्रयोग और नवाचार के लिए कितनी उदार है, और वे किस हद तक टिकाऊपन (सस्टेनेबिलिटी) के प्रति जागरूक हैं।