76% नर्सिंग स्‍टाफ पीठ दर्द से पीडि़त और अन्‍य मस्‍क्यूलोस्‍केटेल विकारों से पीडि़त; गोदरेज इंटेरियो सर्वेक्षण का खुलासा

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~केयरगिवर्स की आवश्‍यकताएं पूरी करने और मरीज के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ में सहायता के लिए नया हॉस्पिटल बेड ‘क्रिसलिस नोवा एक्टिव’ लॉन्‍च किया ~

~ क्रिसलिस नोवा एक्टिव एक प्रीमियम प्रोडक्‍ट है जिसे पोस्‍ट-ऑपरेटिव केयर की गहन देखभाल में मरीजों का सर्वोत्‍तम तरीके से ख्‍याल रखने के लिए डिजाइन किया गया है ~

मुंबई, 28 जुलाई, 2021: गोदरेज एंड बॉयस, जो गोदरेज ग्रुप की प्रतिष्ठित कंपनी है, ने घोषणा की कि इसके बिजनेस गोदरेज इंटेरियो – जो घरेलू एवं संस्‍थागत खंडों में भारत का अग्रणी फर्नीचर समाधान ब्रांड है – ने आज आधुनिक स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल क्षेत्रों के लिए इंटेलिजेंट सेंस बेड – क्रिसलिस नोवा एक्टिव को लॉन्‍च किया। हॉस्पिटल बेड्स की इस नयी क्रिसलिस रेंज के शामिल किये जाने के साथ, गोदरेज इंटेरियो मरीजों की सुरक्षा की आवश्‍यकता और केयरगिवर्स के कल्‍याण की जरूरत का ख्‍याल रख रहा है। इस बेड को लैटरल टिल्‍ट फीचर के साथ लॉन्‍च किया गया है, जिसे डिजिटल टच अटेंडेंट कंट्रोल पैनल के जरिए एक्‍सेस किया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें कई अन्‍य खूबियां भी मौजूद हैं।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान, स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल अवसंरचना के अभाव का भारी खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ा। इसके चलते नर्सेज और केयरगिवर्स को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी। इसने शारीरिक मेहनत को काफी हद तक बढ़ा दिया और इसका सबसे अधिक प्रभाव विशेष तौर पर देखने को मिला जब रोगियों की संख्‍या बहुत अधिक बढ़ गयी और नर्सेज को लंबे शिफ्ट्स में काम करना पड़ा और इसके चलते दीर्घकालिक मस्‍क्यूस्‍केलेटल विकार विकसित होने की संभावना बढ़ सकती है। गोदरेज इंटेरियो के वर्कस्‍पेस एंड अर्गोनॉमिक्‍स रिसर्च सेल द्वारा महामारी के दौरान कराये गये एक शोध अध्‍ययन के अनुसार, इस कठोर कार्य परिवेश और कार्य संस्‍कृति के चलते 76 प्रतिशत नर्सिंग स्‍टाफ में पीठ दर्द और अन्‍य मस्‍क्‍यूलर स्‍केलेटल विकारों की परेशानी बढ़ गयी। आगे, जहां तक मरीजों का संबंध है, आईसीयू वार्ड्स में लंबे समय तक रहने के चलते बेड सोर्स एवं अन्‍य त्‍वचा रोगों की समस्‍याएं बढ़ सकती हैं।
लंबे समय तक देखभाल करने के अलावा, केयरगिवर्स के रूप में उनका कार्य भी काफी शारीरिक हो सकता है। उन्‍हें मरीजों को पलटना पड़ता है, ताकि उन्‍हें बेड सोर्स न हो, या फिर उन्‍हें एक बेड से दूसरे बेड पर हटाना पड़ता है। यदि किसी मरीज को आईसीयू या किसी अन्‍य वार्ड में स्‍थानांतरित करना होता है, तो नर्सेज को उन्‍हें शारीरिक रूप से वहां से हटाना पड़ता है। यदि इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को अपग्रेड कर दिया जाये, तो उनकी यह मेहनत काफी हद तक घट सकती है। इसी कारण, भारत की कंपनियां आज आधुनिक डिजाइन वाले एवं आसान उपयोग वाले अस्‍पताल बेड्स तैयार कर रही हैं जिससे रोगियों से लेकर केयरगिवर्स को कम से कम शारीरिक मेहनत करनी पड़े।

इस समस्‍या के हल के रूप में, अस्‍पतालों के बेड्स जैसे कि गोदरेज इंटेरियो के क्रिसलिस नोवा एक्टिव, इंटेलिजेंट टेक्‍नोलॉजी से सुसज्जित होते हैं जो बेड की ओवरऑल पोजिशनिंग में सहायता पहुंचाते हैं, लैटरल टिल्‍ट फंक्‍शन को आसान बनाते हैं जो कि डिजिटल टच अटेंडेंट कंट्रोल पैनल द्वारा असेसिबल है। इस तरह की टेक्‍नोलॉजी से अस्‍पतालों को प्रभावी तरीके से उनके समय एवं इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को प्रबंधित करने में मदद मिलती है और वो अधिक संख्‍या में मरीजों को उपचार प्रदान कर पाते हैं। नर्सेज और केयरगिवर्स की आवश्‍यकताएं पूरी करने के अलावा, यह रोगी के लिए भी अधिक आरामदेह होते हैं, क्‍योंकि लैटरल टिल्‍ट के चलते सोर्स एवं अल्‍सर्स के दबाव से राहत मिल जाती है। यही नहीं, ये मरीज के लिए सुरक्षित भी हैं, क्‍योंकि इसमें रोगी को टिल्‍ट करते समय साइडबोर्ड्स बंद हो जाते हैं और बेड पर वजन का अनुभव नहीं होने की स्थिति में अलार्म एक्टिवेट रहता है। क्रिसलिस रेंज, प्रीमियम एवं फीचर-लोडेड समाधान है जिसे आईसीसीयू, आईसीयू, एवं सुपर स्‍पेशियाल्‍टी हॉस्पिटल्‍स के लिए डिजाइन किया गया है जहां रोगी के अत्‍यधिक देखभाल की आवश्‍यकता होती है।

नये प्रोडक्‍ट के लॉन्‍च के बारे में, गोदरेज इंटेरियो के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, अनिल माथुर ने कहा, ”गोदरेज इंटेरियो का मिशन हर रोज और हर जगह जीवन की गुणवत्‍ता को बेहतर बनाना है। भारतीय हेल्‍थकेयर सेक्‍टर के कवरेज की बढ़ती मजबूती, सेवाओं, और सार्वजनिक एवं प्राइवेट प्‍लेयर्स द्वारा किये जा रहे अधिक खर्च के चलते यह तेज गति से बढ़ रहा है। हालांकि, इसमें इस प्रकार के आरोग्‍यकारी वातावरण का अभाव है जहां विशेष तौर पर गहन देखभाल वाले क्षेत्रों जैसे कि आईसीसीयू, आईसीयू में केयरटेकर्स द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों को दूर करते हुए रोगियों के अधिकतम आराम एवं उनकी सुरक्षा पर जोर दिया जा सके। गोदरेज इंटेरियो में, हम लगातार ऐसे नवाचार करते रहते हैं जिनसे हेल्‍थकेयर इंडस्‍ट्री द्वारा सामना की जाने वाली विशिष्‍ट चुनौतियों का समाधान हो और क्रिसलिस नोवा एक्टिव इसका सबूत है। इस बेड में कई सहज समझ वाली खूबियां मौजूद हैं जैसे लैटेरल टिल्‍ट जो शारीरिक श्रम से राहत पहुंचाती है अन्‍यथा समर्पित नर्सिंग स्‍टाफ को कठिनाई होती और मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए आरोग्‍यकारी वातावरण प्रदान करता है। गोदरेज इंटेरियो को हेल्‍थकेयर फैसिलिटीज में अनुभव की गुणवत्‍ता को बेहतर बनाने हेतु लगातार नवाचार जारी रखने पर बेहद गर्व है।”

गोदरेज इंटेरियो के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट, समीर जोशी ने कहा, ”विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार, भारत का हेल्‍थकेयर राजस्‍व वर्ष 2022 में 372 बिलियन डॉल्‍र पहुंचने का अनुमान है और इस प्रकार, वर्ष 2016 के बाद से इसने लगभग 22 प्रतिशत का कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) दर्ज कराया है। हालांकि, भारत की हेल्‍थकेयर फैसिलिटीज प्राय: यहां की बदलती आवश्‍यकताओं के अनुरूप नहीं हैं। गोदरेज इंटेरियो का हेल्‍थकेयर बिजनेस ऐसे वातावरण के निर्माण पर जोर देता है जो आरोग्‍य की प्रक्रिया में रोगियों और परिवारों के लिए हितकारी हो। अर्गोनॉमिक तरीके से डिजाइन किये गये ये आरोग्‍यकारी वातावरण, मरीजों, केयरगिवर्स एवं चिकित्‍सकों सहित सभी हितभागियों की एफिशियंसी, समानुभूति एवं कल्‍याण पर जोर देता है। नया क्रिसालिस नोवा एक्टिव हॉस्पिटल बेड हमारी डिजाइन फिलॉसफी को रेखांकित करता है जो मानवकेंद्रित एप्रोच को अपनाने और रोगी-चिकित्‍सक के बेहतर इंटरेक्‍शन हेतु अनुकूल स्‍पेस समाधानों के उपयोग पर आधारित है।”

क्रिसलिस नोवा एक्टिव, सुपर स्‍पेशियाल्‍टी हॉस्पिटल्‍स के उन स्‍थानों के लिए वन स्‍टॉप समाधान है जहां गहन देखभाल की आवश्‍यकता होती है जैसे आईसीसीयू, आईसीयू, आदि। इस बेड में ऐसी क्षमता मौजूद है कि यह विशेष रूप से कोविड-19 जैसी स्थितियों में केयरगिवर के कार्य बोझ को बहुत कम कर सकता है।

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