यूएनडीपी इंडिया ने कोविड-19 प्रभावित आजीविकाओं की बहाली के लिए सम्हिता-सीजीएफ के रिवाइव को समर्थन दिया

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यूएनडीपी ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित अनौपचारिक क्षेत्र के कामगारों, कारीगरों, सूक्ष्‍म-उद्यमियों एवं महिला संगठनों के लिए पूरे भारत में रोजगारों को मजबूती प्रदान करने हेतु रिवाइव एलायंस को समर्थन दिया

मुंबई/नई दिल्‍ली, भारत, 2 मार्च, 2021: संयुक्‍त राष्‍ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने सम्हिता कलेक्टिव गुड फाउंडेशन (सीजीएफ) के रिवाइव एलायंस के साथ मिलकर कोविड-19 महामारी से गंभीर रूप से प्रभावित अनौपचारिक कामगारों, अति-सूक्ष्‍म एवं सूक्ष्‍म उद्यमियों, कारीगरों और महिला संगठनों के रोजगारों को समर्थन देने एवं उनकी बहाली का संकल्‍प किया है।

रिवाइव को हाल ही में लॉन्‍च किया गया है जो कि 6.85 मिलियन डॉलर की बहु-हिस्‍सेदार मिश्रित वित्‍तपोषण सुविधा है। यह यूएसएआईडी, ओमिड्यार नेटवर्क इंडिया, और माइकेल एंड सुसैन डेल फाउंडेशन द्वारा भी समर्थित है। यह निगमीय एवं लोककल्‍याणकारी निधियों का उपयोग करके पूर्व-रोजगारशुदा या स्‍वरोजगारी कामगारों एवं संकटग्रस्‍त लघु उद्यमों को अनुदान, लौटाउ अनुदान एवं ऋण के रूप में सुगम एवं सामर्थ्‍यानुरूप पूंजी उपलब्‍ध कराता है। इन ऋण और अनुदानों से उन्‍हें अपना काम दोबारा शुरू करने और उसे चलाते रहने या कारोबार एवं आजीविका के लिए वैकल्पिक अवसर तलाशने में मदद मिलती है।

भारत में यूएनडीपी की रेजिडेंट रिप्रजेंटेटिव, सुश्री शोको नोडा ने बताया, ”कोविड-19 महामारी ने भारत के असंगठित कामगारों एवं लघु उद्यमियों – विशेषकर उन महिलाओं जो पहले से ही आर्थिक अभाव से जूझ रही हैं या दूसरों पर आश्रित हैं, के जीवन एवं आजीविका को गंभीर रूप में प्रभावित किया है। यूएनडीपी इंडिया को रिवाइव पहल का हिस्‍सा बनने पर गर्व है जिसके जरिए छोटे उद्यमियों की स्थिति में बेहतर एवं शीघ्रतापूर्वक सुधार लाने में सहायता करने हेतु अनुदान एवं ऋण के रूप में सुगमतापूर्वक किफायती पूंजी उपलब्‍ध करायी जाती है। सम्हिता-सीजीएफ और भागीदारों के साथ मिलकर, हमारा उद्देश्‍य पूरे भारत के 100,000 कामगारों एवं सूक्ष्‍म उद्यमों की आजीविकाओं को पूर्व-स्थिति में लाना है।”

यह साझेदारी रिवाइव के वर्तमान कार्य की पूरक है और इसके जरिए व्‍यावसायिक परामर्श, क्षमता निर्माण, डिजिटल कौशल, एवं बाजार संपर्क जैसी महत्‍वपूर्ण तकनीकी सहायता प्रदान की जायेगी। इसके अलावा, इस साझेदारी के माध्‍यम से असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए सामाजिक सुरक्षा तंत्र की बेहतर एवं समान पहुंच सुनिश्चित की जायेगी।

अब तक, अपने एंकर फंडर्स एवं भागीदार कंपनियों के सहयोग से, रिवाइव एलायंस विभिन्‍न समूहों जैसे कि ब्‍यूटी-प्रिन्‍योर्स, ब्‍लू-कॉलर्ड वर्कर्स, स्‍ट्रीट वेंडर्स, कंस्‍ट्रक्‍शन वर्कर्स, सैनिटेशन वर्कर्स, कामगारों एवं किसानों सहित अपने 1,00,000 के लक्ष्‍य में से 38,000 व्‍यक्तियों एवं सूक्ष्‍म उद्यमियों तक पहुंच चुका है। एंकर पार्टनर के रूप में इस एलायंस से जुड़ने के पीछे, यूएनडीपी का उद्देश्य उन छोटे पैमाने के रिटेल एवं सूक्ष्‍म उद्यमियों, कारीगरों, कंस्‍ट्रक्‍शन वर्कर्स, युवा और असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सहायता प्रदान करना है जिन्‍होंने महामारी के दौरान अपनी नौकरियां एवं आजीविकाएं खो दीं।

साझेदारी के बारे में प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए, सम्हिता सोशल वेंचर्स की मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, सुश्री प्रिया नाईक ने बताया, ”रिवाइव एलायंस एक विशिष्‍ट गठबंधन है, जिससे विभिन्‍न एक्‍टर्स साथ जुड़े हुए हैं और इसने नये-नये वित्‍तीय इंस्‍ट्रुमेंट्स जैसे कि लौटाउ अनुदान शुरू किये हैं, तथा इसने विभिन्‍न कंपनियों एवं लोकोपकारियों को उनके निवेश पर अधिक प्रभाव हासिल करने में मदद की है। हमें एंकर फंडर के रूप में यूएनडीपी के जुड़ने पर गर्व है। इस साझेदारी से भारत के सबसे कमजोर समुदायों को महमारी-जनित आर्थिक परेशानियों को दूर करने में उनकी सहायता करने के हमारे मिशन को निश्चित रूप से बल मिलेगा।”

यूएनडीपी इंडिया अपने सस्‍टेनेबल डेवलपमेंट गोल (एसडीजी) फाइनेंस फैसिलिटी के जरिए विकास परिणामों को गति प्रदान करने हेतु नये-नये वित्‍तीय इंस्‍ट्रुमेंट्स को डिजाइन कर रहा है। वर्तमान में, यह पिंपरी चिंचवड (पीसीएमसी) महानगरपालिका को भारत के पहले सोशल इंपैक्‍ट बॉन्‍ड को डिजाइन करने में सहायता कर रहा है। यूएनडीपी ने हाल ही में भारत के लिए एसडीजी इन्‍वेस्‍टर मैप लॉन्‍च किया है, ताकि एसडीजी हासिल करने के लिए निजी क्षेत्र के निवेश अवसरों की पहचान की जा सके। और इसने सस्‍टेनेबल फाइनेंस कोलैबॅरेटिव के अंतर्गत टिकाऊ फाइनेंस एजेंड को मजबूत बनाने के लिए वित्‍त मंत्रालय के साथ सहयोग किया है।

यूएनडीपी के विषय में: यूएनडीपी, धरती की रक्षा करने के साथ-साथ गरीबी उन्‍मूलन के लिए 170 देशों व क्षेत्रों में कार्य करता है। हम देशों को मजबूत नीतियां, कौशल, साझेदारियां, एवं संस्‍थानों के विकास में सहायता करते हैं, ताकि वो टिकाऊ तरीके से प्रगति के रास्‍ते पर आगे बढ़ते रह सकें।

यूएनडीपी वर्ष 1951 के बाद से भारत में मानव विकास के सभी क्षेत्रों – प्रणालियों को मजबूत बनाने से लेकर समावेशी विकास एवं टिकाऊ आजीविका के साथ-साथ टिकाऊ ऊर्जा, पर्यावरण एवं लचीलेपन तक में) कार्य कर चुका है। यूएनडीपी के कार्यक्रम भारत की राष्‍ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ उत्‍प्रेरक परिवर्तन हेतु वैश्विक दृष्टिकोण को लगातार एकीकृत करते हैं। देश के लगभग हर राज्‍य में यूएनडीपी के 30 से अधिक प्रोजेक्‍ट्स जमीनी स्‍तर पर चल रहे हैं। आज, यह अलग तरीके से विकास करने हेतु परंपरागत मॉडल्‍स का रूपांतरण करके सस्‍टेनेबल डेवलपमेंट गोल्‍स को हासिल करने हेतु सतत प्रयत्‍नशील है।

सम्हिता सोशल वेंचर्स के विषय में: सम्हिता सोशल वेंचर्स एक सामाजिक क्षेत्र परामर्शदात्री संस्‍था है जो कंपनियों, फाउंडेशंस, बहुपक्षीय एवं द्विपक्षीय एजेंसियों, एवं सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर प्रभावकारी, टिकाऊ एवं स्‍केलेबल समाधान विकसित करता है एवं उन्‍हें डिलिवर करता है।

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